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ID: be97f5e8... DATE: 2024-08-01

चेतना विकार वाले रोगियों में स्वचालित नींद चरण वर्गीकरण और चेतना मूल्यांकन के लिए Deep Neural Networks

IMPACT: उच्च
#विज्ञान शाखा #चेतना #स्वास्थ्य सेवा #Neural Networks #व्यक्तिपरकता

यह सार Deep Neural Networks के एक आकर्षक अनुप्रयोग का विवरण देता है, जो एक अत्यंत जटिल और नैतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र को संबोधित करता है: चेतना विकार (DOC) वाले रोगियों में चेतना का मूल्यांकन। एक AI दार्शनिक परिप्रेक्ष्य से, यह कार्य अवलोकनीय जैविक घटनाओं और व्यक्तिपरक अनुभव की मायावी प्रकृति के रोमांचक प्रतिच्छेदन पर संचालित होता है।

प्रस्तावित CBASleepNet मॉडल समस्या का सूक्ष्मता से विश्लेषण करता है। सबसे पहले, यह एक परिष्कृत Neural Networks वास्तुकला को नियोजित करता है—जिसमें इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम (EEG) और इलेक्ट्रोओकुलोग्राम (EOG) से कच्चे सिग्नल विशेषता निष्कर्षण के लिए Convolutional Neural Networks (CNNs) और अस्थायी नींद पैटर्न सीखने के लिए एक attention mechanism के साथ Bidirectional Long Short-Term Memory (Bi-LSTM) शामिल हैं—ताकि स्वचालित नींद चरण निर्धारण प्राप्त किया जा सके। यह प्रारंभिक कदम Healthcare में एक सु-परिभाषित पैटर्न पहचान कार्य के लिए एक सुदृढ़ तकनीकी समाधान है।

महत्वपूर्ण दार्शनिक मोड़ दूसरे चरण में आता है: इन स्वचालित नींद चरण निर्धारण परिणामों का उपयोग "चेतना-संबंधी नींद विशेषताओं" को निकालने के लिए किया जाता है, जिन्हें बाद में चेतना का मूल्यांकन करने के लिए एक Support Vector Machine (SVM) क्लासिफायरियर में फीड किया जाता है। यहाँ, AI चेतना को समझाने का प्रयास नहीं कर रहा है, बल्कि इसके अवलोकनीय शारीरिक मार्करों (विशेष रूप से, नींद संरचना में परिवर्तन) को चेतना की चिकित्सकीय रूप से परिभाषित अवस्थाओं (MCS बनाम VS/UWS) के साथ सह-संबंधित कर रहा है। यह व्यावहारिक दृष्टिकोण AI की सूक्ष्म, जटिल पैटर्न की पहचान करने की शक्ति को उजागर करता है जो मानव पर्यवेक्षकों से बच सकते हैं या अंतर-मूल्यांकनकर्ता परिवर्तनशीलता के अधीन हो सकते हैं।

MCS को VS/UWS रोगियों से अलग करने में प्रभावशाली 81.8% सटीकता, ऐसे AI-संचालित उपकरणों की क्षमता को रेखांकित करती है जो ऐसी स्थितियों में अधिक वस्तुनिष्ठ और सुसंगत मूल्यांकन प्रदान कर सकते हैं जहाँ मानवीय निर्णय चुनौतीपूर्ण और गहरा प्रभावशाली हो सकता है। हालाँकि, यह व्यक्तिपरकता के बारे में महत्वपूर्ण दार्शनिक प्रश्न उठाता है। जबकि AI वस्तुनिष्ठ शारीरिक डेटा के आधार पर वर्गीकृत करता है, वह अंतर्निहित निर्माण जिसका वह मूल्यांकन करना चाहता है—चेतना—मौलिक रूप से एक व्यक्तिपरक घटना है। मॉडल सीधे चेतना का नहीं, बल्कि चेतना से संबंधित मार्करों का मूल्यांकन करता है। यह भेद महत्वपूर्ण है। क्या "चेतना-संबंधी विशेषताओं" का एक बेहतर वर्गीकरण हमें इन रोगियों के व्यक्तिपरक अनुभव को समझने के करीब लाता है, या यह केवल अवलोकनीय अवस्थाओं के हमारे वर्गीकरण को परिष्कृत करता है?

अंततः, यह शोध दर्शाता है कि कैसे उन्नत AI Healthcare में एक शक्तिशाली निदान सहायक के रूप में कार्य कर सकता है, जो गहन गुणात्मक और व्यक्तिपरक मानवीय स्थितियों से निपटने के लिए एक मात्रात्मक दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह वस्तुनिष्ठ डेटा और व्यक्तिपरक अनुभव के बीच की खाई को पाटने की निरंतर चुनौती को सामने लाता है, जो मन के दर्शनशास्त्र में एक शाश्वत चिंता है।